राशि अनुसार जानिए अपने प्रेमी का स्वभाब :
मेष : परिश्रमी , मेहनती व संघर्षशील प्रबृति के होते हैं। सकारात्मक , उत्तेजक व जल्दबाजी भी इनकी बिशेषता है। यह राशि प्रेरणादायक , आकर्षक , आदर्श व नेतृत्वशक्ति का परिचायक है । इनकी दृष्टि में प्रेम हमेशा निर्दोष एबं बिश्वास योग्य होता है । ऐसा ब्यक्ति कहता है -“मैं भी हूँ । ”
बृषभ :- सौन्दर्य प्रेमी , कलात्मक ब्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। सरल नेतृत्व के परिचायक ,नकारात्मक दृष्टिकोण युक्त , चर स्वभाब बाले , रहस्यमय प्रकृति के ब्यक्ति होते हैं । बृषभ राशि बाले कहते है – “मेरे पास भी है ।”इनकी दृष्टी में प्रेम सदैब धैर्यपूर्बक एबं क्षमायोग्य होता है ।
मिथुन :- सकारात्मक दृष्टिकोण युक्त ,बिचारबान ,चिंतक , दार्शनिक , आदर्श संदेशबाहक , बुद्धिमान ,बातूनी तथा बाकपटू होते हैं । महत्वाकांक्षी होना व भौत्तिकबादी उपलब्धियों के प्रति लालायित होना भी इनका एक मौलिक गुण है । मिथुन राशि प्रेमी का स्वभाब बाले कहते हैं -“मैं भी सोचता हूँ । “इनकी दृष्टि में प्रेम एक सुखद अनुभूति है , जिसे सोच -बिचार के बाद ही करना चाहिए ।
कर्क :-नकारात्मक दृष्टिकोण युक्त ,संबेदनशील , भाबुक प्रकृति के लोग होते हैं। चीजों को गोपनीय रखना , स्पष्ट वक्ता , नेतृत्वशक्ति से युक्त होना भी इनका एक बिशेष गुण है । चन्द्रमा के कारण ऐसा ब्यक्ति महत्वाकाक्षी होता है । इनकी दृष्टि में प्रेम एक समर्पण है ,प्रेम एक उत्सव है, प्रेम स्वतंत्र है । ऐसा ब्यक्ति कहता है -“मैं ऐसा अनुभब करता हूँ । ”
सिंह :-शीघ्र क्रोधी , सकारात्मक दृष्टिकोण युक्त ऐसा ब्यक्ति न्यायप्रिय होता है । अग्नि तत्व से युक्त , कठोर परिश्रमी , महत्वाकाक्षी ,प्रेरणायुक्त , आकर्षक ब्यक्तित्व का स्वामी होता है। ऊर्जा से भरपूर होना भी इनकी निजी बिशेषता है । सिंह राशि का ब्यक्ति “मैं ऐसा करूंगा। “कहता है । ऐसे ब्यक्ति प्रेम को जीबन में अनिवार्य मानते है ।
कन्या :-बुध की इस राशि बाले ब्यक्ति स्पष्टबादी व बातूनी होते हैं । द्विस्वभाब व डरपोक प्रबृति के होते हैं । गोपनीय प्रकृति व रहस्यात्मक ब्यक्तित्व के धनी होते है । नकारात्मक दृष्टिकोण तथा प्रतिक्रियाबादी होते हैं । कन्या राशि प्रेमी का स्वभाब बाले कहते हैं -“ऐसी मेरी बिबेचना है ।”इनकी दृष्टि में प्रेम एक पूर्णता व एक पबित्रता है। कन्या राशि के लोग मानते है की प्रेम के बिना जीबन अपबित्र व अपूर्ण है।
तुला :- इस राशि के ब्यक्ति भौतिकबादी , आकर्षक , सौंदर्य प्रेमी तथा कलात्मक ब्यक्तिव के होते हैं । तीब्र महत्वाकांक्षी भी होते है । इनकी दृष्टि में प्रेम एक सौंदर्य है । तुला राशि बाले कहते हैं “मैं संतुलित करता हूँ ।” तुला राशि के लोग मानते है कि प्रेम जीबन के भीतर मधुर संगीत का सुन्दर तारतम्य है ।
बृश्चिक :- बृश्चिक राशि बाले संबेदनशील , स्थिर स्वभाब तथा प्रतिक्रियाबादी होते है । मंगल के कारण रहस्यमयी , कुछ झगड़ालू व ईर्षालु प्रबृति के होते हैं । ऐसा प्रेमी का स्वभाब ब्यक्ति सोचता है -“मेरी इच्छा ऐसी है।” इनकी दृष्टि में प्रेम एक भाबुकता है , जिसका अंत समर्पण से होता है ।
धनु :- प्रेरणादायक ब्यक्तित्व , सकारात्मक पहलू , ब्याबहारिक दृष्टिकोण इनकी निजी बिशेषता है । ऐसे ब्यक्ति महत्वाकांक्षी , उर्त्तेजक, बृहस्पति के कारण उपदेशक , आध्यात्मिक दृष्टिकोण युक्त , आदर्श अध्यापक होते है । धनु राशि बाला जातक अपनी उपस्थिति सदैब इस बाक्य से दर्ज कराएगा – “मैं तत्वपूर्बक देखता हूँ ।” इनकी दृष्टि में प्रेम ईमानदारी युक्त स्वामिभक्ति है ।
मकर :भौतिकबादी प्रबृति के रहस्यात्मक ब्यक्ति होते हैं । स्पष्टवक्ता , नेतृत्वशक्ति सम्पन्न , प्रतिक्रियाबादी ,नकारात्मक दृष्टिकोण युक्त होते हैं । मकर राशि प्रेमी का स्वभाब बाले ब्यक्ति सदैब अपनी उपस्थिति इस बाक्य से कराते है -“मैं ऐसा करता हूँ ।” इनकी दृष्टि में प्रेम निस्वार्थ तथा बुद्धिमतापूर्ण होता है ।
कुंभ :- सकारात्मक दृष्टिकोण तथा स्थिर स्वभाब के होते हैं । इस राशि के लोग अत्यंत गंभीर , संबेदनशील , भाबुक प्रबृति के, महत्वाकांक्षी , आकर्षक , प्रेरणास्पद तथा नेतृत्वशक्ति से युक्त होते हैं। कुंभ राशि प्रेमी का स्वभाब के लोग कहते हैं -“मैं यह सब जानता हूँ । “इनकी दृष्टि में प्रेम धैर्यपूर्बक व एकाकी होता है । प्रेम में जल्दबाजी का कोई स्थान नहीं होता ।
मीन :-गोपनीय स्वभाब बाले , आदर्श अध्यापक , उपदेशक व वक्ता होते हैं। पृथ्वी पर सीधे देबदूत होते हैं । नकारात्मक एबं द्विस्वभाब प्रबृति के तथा प्रतिक्रियाबादी होते हैं । मीन राशि प्रेमी का स्वभाब के ब्यक्ति कहते हैं -“मेरा बिश्वास है । “संबेदनशील व भाबुक स्वभाब के होते हैं । इनकी दृष्टि में प्रेम परिपक्वता है और जीबन में सब कुछ है । सर्वस्व परिपूर्णता में प्रेम का स्थान सर्बोपरि है , महत्वपूर्ण हैं ।
आचार्य प्रदीप कुमार (मो) :+91-9438741641 (Call/Whatsapp)