ब्यापार-बंन्धन दुर करने हेतु :
ब्यापार बंन्धन मंत्र : यदि कभी एसा लगे कि ब्यापार को किसी ने बांध दिया है, या फिर किसी ने ब्यापार कि गति का स्तम्भन कर दिया है, तब इस ब्यापार बंन्धन मंत्र प्रयोग को करे ! इसके प्रभाब से किसी भि प्रकार से किए गए बंन्धन कट जाएंगे और ब्यापार मे ब्रुधि होने लगेगी !
ब्यापार बंन्धन मंत्र :
मंत्र : “ ओम दक्षिण भैरबाय, भुत-प्रेत बंन्ध, तंत्र-बंन्ध निग्रह्नी, सर्ब सत्रु-सन्हारणी, कार्य सिद्धि कुरु-कुरु स्वाहा.”
ब्यापार बंन्धन मंत्र बिधान :
सर्बप्रथम उपयुक्त मंत्र को शाबर-बिधि (मेरु-मंत्र + जाग्रुति मंत्र + देह रक्षा मंत्र) से सिद्ध कर ले,फिर प्रयोग करे !इस मंत्र की सिद्धि हेतु किसी सुभ पर्ब मे 21 माला जप करे, तब प्रयोग के लिये इसका जप करे ! प्रयोग के समय उत्तम गुलाल, छार-छ्बीला तथा गोरुचन पीसकर मिला ले !फिर उसमे कपूर-काचली मिलाकर इस मिश्रण को अपने सामने रख ले ! फिर उस सामग्री के उपर दाहिने हाथ रखकर उक्त मंत्र का 10 बार जप करे! उसके उपरांन्त अपने ब्यापार स्थल, ओफिस या दुकान मे उक्त मंत्र का स्मरण करते हुए उक्त अभिमन्त्रित मिश्रण को उक्त स्थान मे चारो और छिडके दे ! यही क्रिया 5 या 7 दिनो तक करने से ब्यापार को लगे बंन्धन फट जाएगे और ब्यापार मे उतरोत्तर ब्रुधि होने लगेगि !पुर्ण श्रधा और बिश्वास के साथ उक्त प्रयोग को करे !अपनी कमियो पर द्रुष्टिपात करते हुए उन्हे सुधारे और ग्राहको के साथ मधुरता पुर्ण ब्यबहार रखे ! यथा-शक्ति परमार्थ के कार्य करे !
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जय माँ कामाख्या