मृत्यु से पहले के लक्षण

Mrityu se pehle ke Lakshan :

मौत कब आ जाये, ये कोई नहीं जानता लेकिन ये तो सब जानते है कि भगवान् ने जब से इस दुनिया की रचना की है, तब से हर चीज का समय निश्चित करके रखा है ऐसे में जैसे ही किसी चीज का जीवनकाल खत्म हो जाता है, वैसे ही वो उसे अपने पास बुला लेता है फिर भले ही वो इंसान हो या कोई निर्जीव वस्तु पर ये नियम हर किसी पर लागू होता हैइसके इलावा गीता में भी ये कहा गया है, कि जो इस धरती पर आता है, उसे एक न एक दिन जाना ही पड़ता हैशायद यही वजह है, कि इंसान अपनी मौत को लेकर सबसे ज्यादा चिंता में रहता हैहमारे देश में विज्ञानं ने भले ही कितनी भी तरक्की क्यों न कर ली हो, पर मौत को अपने वश में कर पाना विज्ञानं के लिए भी नामुमकिन हैहालांकि भगवान् शंकर से संबंधित शिवपुराण में ऐसी कई बातें बताई गयी है, जो मौत आने से पहले के संकेतो की तरफ इशारा करती है गौरतलब है, कि इसमें भगवान् शिव ने माँ पार्वती को मौत के विषय में कुछ विशेष संकेत बताएं थेइन संकेतो से ये जाना जा सकता है, कि इंसान की मृत्यु कब और कितने समय में हो सकती हैवैसे इसमें कोई दोराय नहीं कि ये संकेत ईश्वर द्वारा ही दिए जाते हतो चलिए अब आपको उन मृत्यु से पहले के लक्षण (mrityu se pehle ke lakshan) के बारे में विस्तार से बताते है
शिवपुराण के अनुसार mrityu se pehle ke lakshan कुछ ऐसा बताया गया है, जब सब कुछ ठीक होते हुए भी मनुष्य को आईने में अपना चेहरा साफ़ न दिखाई दे या वह खुद को आईने में देख कर भी पहचान ना पाएं तो ये मौत का ही संकेत हैअगर ये संकेत आपको बार बार मिल रहा है, तो समझ लीजिये कि आपकी मौत नजदीक है
इसके इलावा विष्णु पुराण में mrityu se pehle ke lakshan ऐसा लिखा गया है, कि मृत्यु से छह महीने पहले व्यक्ति की जीभ ठीक तरह से काम नहीं करतीऐसे में उस व्यक्ति को भोजन का सही स्वाद भी प्राप्त नहीं होतायहाँ तक कि व्यक्ति को बोलने में भी दिक्कत आती हैऐसे में यदि वह बोलता भी है, तो उसकी बातें दूसरो को समझ नहीं आती
गौरतलब है, mrityu se pehle ke lakshan में ये भी है, कि यदि आप किसी खुले आसमान के नीचे खड़े है और आसमान पूरा तारो से भरा है, पर फिर भी आपको कोई तारा न दिखाई दे, तो समझ लीजिये कि ये आपकी मृत्यु से पहले के लक्षण (mrityu se pehle ke lakshan ) हैयानि आपकी जिंदगी के केवल कुछ ही दिन बचे हैवैसे बता दे कि जिन लोगो की मौत करीब आने लगती है, उन्हें चाँद और सूरज भी सामान्य रूप से दिखाई नहीं देते
इसके इलावा यदि आप अपनी नाक के अगले हिस्से को देखने की बहुत कोशिश कर रहे है और फिर भी देख नहीं पा रहे है, तो समझ लीजिये कि मौत धीरे धीरे आपके पास आ रही है. यदि ये संकेत आपको बार बार मिल रहा हो तो आपको सावधान होने की जरूरत है
गौरतलब है, कि mrityu se pehle ke lakshan में शरीर की पांचो ज्ञानेन्द्रियाँ जैसे आँख, नाक, कान, जीभ और मुँह आदि भी ठीक से काम करना बंद कर देती हैयानि ऐसे में न तो आप ठीक से सुन पाते है और न ही देख पाते हैइसलिए यदि आपको भी ऐसी कोई दिक्कत है, तो समझ लीजिये कि मृत्यु आने ही वाली है
इसके इलावा यदि आपको अपनी ही परछाई न दिखाई दे, तो समझ ले कि मौत का बुलावा बस आने ही वाला है

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जय माँ कामाख्या

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