साल 2024 में देश दुनिया का भबिष्यफ़ल :

साल 2024 में देश दुनिया का भबिष्यफ़ल :

साल 2024 में देश दुनिया : यह साल 2024 शनि महाराज बर्ष पर्यन्त अपनी स्वराशि कुंभ राशि में चलायमान रहेंगे । यह स्थिति सम्पूर्ण बिश्व के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगी । बिश्व में अफरा तफरी का बाताबरण रहेगा । बिश्वयुद्ध के हालात व स्थितियां बनेगी । मकर राशि पर बिचरण करने के बाद आगामी ढाई बर्ष तक शनि अपनी राशि कुंभ राशि में परिभ्रमणशील रहेंगे। यह साल सम्पूर्ण बिश्व चुनौतियों का साल है ,बैशिवक स्तर पर चुनौतियां रहेगी। तकनीकी बिकास ,बैज्ञानिक बिकास के दुष्परिणाम सामने आयेंगे ।

साल 2024 :

इस साल 2024 शनि महाराज बर्ष पर्यन्त कुंभ राशि में चलायमान रहेंगे । कुंभ के शनि के बारे में कहा गया है कि यह समग्र बिश्व में अथल -पुथल मचाता है । भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार कुंभ राशि के शनि में बिश्वयुद्ध की स्थितियों को दर्शाता है और यह युद्ध ईश्वर बिरोधी ताकतों के साथ होनेबाला है । तथा अगर यह युद्ध तीन बर्ष तक चलेगा । प्रसिद्ध भबिष्यबक्ता बेगा बाबा ने साल 2024 में बड़ी जंत्रासदी बिश्व स्तर पर बताई है । उन्होंने अपनी भबिष्यबाणी में कहा कि पृथवी का बहुत बड़ा हिस्सा खिसक जायेगा । नास्त्रेदयान ने 2025 से पूर्ब तीसरे बिश्वयुद्ध के संकेत दिए है । इससे दुनिया की लगभग आधी से अधिक आबादी तबाह हो जायेगी । बेगा बाबा ने कहा कि पृथ्वी की कक्षा में बदलाब आयेगा । बिश्वयुद्ध के अंदर यूरोप की आबादी करीब -करीब शून्य हो जायेगी । यह सबको अगर अच्छे से बिचार किया जाए तो निश्चित ही कुंभ का शनि भोगौलिक स्तर पर परिबर्तन करायेगा । समुद्र अपनी मर्यादायें तोड़ेगा । इस साल 2024 में प्राकृतिक आपदाएं भूकंप , भूस्खलन आदि घटनाये हो सकती है। जिससे काफी जनहानि होगी ।

देबगुरु बृहस्पति इस बर्ष मेष तथा बृषभ राशि में गतिशील रहेंगे । मंगल कि राशि में 01 मई तक स्थिति के फलस्वरूप भूकंप आगरूनी बाढ़ , अकाल आदि प्राकृतिक आपदाओं व भोगौलिक आपदाओं से प्रकृति अपने आपको ब्यबस्थित व संतुलित करेगी । इस बर्ष 30 जून , 15 नवंबर के मध्य शनि अपनी ही राशि कुंभ राशि में बक्र स्थिति में आयेंगे , फलत: पेट्रोलियम पदार्थ को लेकर बिश्वस्तर पर हालात खराब होंगे । कहीं न कहीं देशों में चल रहा शीतल युद्ध भयानक मोड़ अख्तियार कर सकता है । जलबायु परिबर्तन से जनमानस त्रस्त रहेगा। कहीं अकाल , तो कहीं अतिबृष्टि , कहीं सूखा तो कहीं अनाबृष्टि की स्थिति रहेगी । यह समय अच्छा नहीं रहेगा। इस कालखंड में भयानक अनिष्ट की सूचनाय प्राप्त हो रही है । फसलें कमजोर होगीं तथा जल को लेकर संकट सम्पूर्ण बिश्व पर गहरायेगा ।

बिक्रम संबत्त 2081 का शुभारंभ 09 अप्रैल से हो रहा है । कालयुक्त नामक संवस्तर सम्पूर्ण बिश्व केलिए अच्छा संकेत नहीं दे रहा है । बर्ष के अधिपति मंगल रहेंगे।कालयुक्त संवस्तर के कारण कई देशों में अराजकता की स्थिति रहेगी । जनता में सरकार व सत्ता के बिरुद्ध बिद्रोह व असंतोष के स्वर मुखर होंगे । इस बर्ष शनि के स्वराशि में परिभ्रमण के प्रभाब से पेट्रोल , डीजल , गैस व अन्य तैलीय उत्पाद का बाजार तेज रहेगा । बर्षेश मंगल के कारण कई देशों में युद्ध की स्थितियां व तनाव पैदा करबायेगा । भारत के पडोसी राष्ट्रों , चीन , श्रीलंका , पाकिस्तान , अफगानिस्तान , बांग्लादेश से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे । शनि बर्षारंभ में तीसरे स्थान कुंभ राशि में गतिशील रहेंगे । अतः 30  जून से 15 नवंबर के बीच शनि के बक़्रत्व काल में , भारत के उत्तर तथा पूर्बोतर के पड़ोसी देशों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे । बिश्वयुद्ध की आधी -इस बर्ष यूरोप से उठेगी तथा धीमे -धीमे सम्पूर्ण बिश्व को अपनी कब्जा में ले लेगी । आतंकबाद व घुसपैठ बिश्व स्तर पर बड़ी समस्या बनकर उभरेगा , अंतराष्ट्रीय स्तर पर व बैज्ञानिक , प्रौद्दोगिकी व अनुसंधान के चलते तनाब बढ़ेगा । पुरे बिश्व में उन्माद , कलह की स्थितियां रहेगी ।

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आचार्य प्रदीप कुमार (मो) :+91-9438741641 (Call/Whatsapp)

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