बर्ष 2024 में सिंह राशि पर शनि का प्रभाब :

बर्ष 2024 में सिंह राशि पर शनि का प्रभाब :

सिंह राशि और शनि : इस बर्ष शनि महाराज अपनी राशि से सातबें स्थान में गतिशील रहेंगे । शनि का वह परिभ्र्मण शुभ संकेतों से शुभ रहेगा । हालांकि सातबें शनि के प्रभाब से यदा -कदा जीबन साथी से हल्की -फुल्की नौक -झाँक हो सकती है । जंहा तक स्वास्थ्य का प्रश्न है । स्वास्थ्य आपका इस बर्ष अच्छा ही रहेगा । किसी भी गंभीर व घातक बीमारी की आशंका ब संभाबना नहीं हैं । हालांकि परिबार में किसी बरिष्ठ ब्यक्ति का स्वस्थ्य गड़बड़ हो सकता है ,जिसके चलते कभी कभार अस्पताल के चक्क्रर काटने पड़ सकते हैं ।

इस साल ब्यापार व काम -काज का क्षेत्र ब्यापक रहेगा । कुछ नबीन आईडीयाज व रचनात्मक बिचार दिमाग में आयेंगे । जिन पर काम शुरू होगा आपका मुनाफा व लाभ बढ़ जायेगा । कुछ नए लोगों के संपर्क में भी आयेंगे । नौकरीशुदा ब्यक्तियों को आगे बढ़ने के अबसर मिलेंगे । प्रमोशन भी बनेंगे । बॉस व बरिष्ठ अधिकारियों से संबंधों में सुधार होगा । जिसके चलते बे लोग आपको कोई नबीन व महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप सकते हैं । आर्थिक स्थिति व पक्ष काफी संतोषजनक रहेगा । कहीं रूका हुआ व फंसा हुआ पैसा मिल सकता हैं । 30 जून से 15 नवंबर के बीच में आपके बिरूद्ध कोई गुप्त योजना या षड्यंत्र कारित कर सकते हैं । अगर आप राजकीय सेवा व नौकरी में हैं , तो आपको एक -एक कदम फूंक -फूंक कर रखना चाहिए ।

साल 2024 में सिंह राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के उपाय :

1)सिंह राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए किसी भी बिद्वान ब्राम्हण द्वारा या स्वयं शनि के तंत्रोक्त , बैदिक या पौराणिक मन्त्रों के 23000 जाप करें या कराएं । शनि का तंत्रोक्त मंत्र निम्नलिखित है – “ॐ प्रां प्रीं स: शनैश्चराय नमः

2) सिंह राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए शनिबार का ब्रत रखे।  इस दिन एक समय सायंकाल में ही भोजन करें । शनि संबंधी उपचार करने के बाद उपबास खोलने पर दान अबश्य ही करना चाहिए ।

3) सिंह राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए कीड़ी, नगरा सींचे । चीटियों को भोजन कराएं ।

4 )सिंह राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए काला कंबल, उड़द की दाल, काले तिल, तेल,चरण पादुका (जूते ), काला बस्त्र , मोटा अनाज व लोहे के पात्र का दान करना चाहिए ।

5) शनि की पीड़ा को कम करने के लिए , 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएं ।

6 )बैगनी रंग का सुगन्धित रूमाल पास में रखें ।

7) शनि मंदिर में शनि की मूर्ति पर तिल का तेल चढ़ाएं ।

8) शनि भगबान के सामने खड़े रहकर दर्शन नहीं करें, किनारे में खड़े रहकर दर्शन करें , जिससे शनि की दृष्टि आप पर नहीं पड़े ।

9 )शनि न्याय के देवता है , अतः उन्हें हाथ नहीं जोड़ा जाता । दोनों हाथ पीछे करके सिर झुका कर उन्हें नमन करें ,जिस प्रकार ब्यक्ति न्यायाधिकारी सन्मुख खड़ा होता है ।

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आचार्य प्रदीप कुमार (मो) :+91-9438741641 (Call/Whatsapp)

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