हजरत पैगम्बर अली की चौकी का मंत्र :

हजरत पैगम्बर अली की चौकी का मंत्र :

याही सार सार सार, जिन्न देब परी नबस्कं फार।
एक खाय दूसरे को फार। चहुं और अमिया पसार, मुलायक अस
चार। दुहाई दस्त्खे जिब्राइल । बाईं बे खैभि काइल,
दाईं दस्न –दस्न।हुसैन पीठ खदे खई । आमिल कलेजे राखे इज्राइल ।
दुहाई मुहम्मद अली लाहइलाह की । कंगुर लिल्लाह की खाई,
हजरत पैगम्बर अली की चौकी । नखत मुहम्मद रसुलिल्लाह की दुहाई ।।

हजरत पैगम्बर अली की चौकी का मंत्र बिधि :

इस मंत्र को बिधि बिधान से सिद्ध कर लें। पश्चात् अपने रक्षार्थ इस मंत्र का प्रयोग करे । यह इस्लामी सर्बश्रेष्ठ रक्षा मंत्र है ।इसे सात बार जप कर ताली बजाये ,जब कंही कोई करतब आदि दिखाना होबे । श्मशान साधना या अन्य प्रयोग में रेखा बनायें तथा रोगी को झाड़ने हेतु सात बार पढ़े ।

Facebook Page

यदि आप को सिद्ध तांत्रिक सामग्री प्राप्त करने में कोई कठिनाई आ रही हो या आपकी कोई भी जटिल समस्या हो उसका समाधान चाहते हैं, तो प्रत्येक दिन 11 बजे से सायं 7 बजे तक फोन नं . 9438741641 (Call/ Whatsapp) पर सम्पर्क कर सकते हैं।

Leave a Comment