बिबाह हेतु अघोर मंत्र
बिबाह हेतु अघोर मंत्र :
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किए कराये
किए कराये की शान्ति एबं बापसी हेतु मंत्र :
January 16, 2024
दर्शन हेतु लक्ष्मी मंत्र

दर्शन हेतु लक्ष्मी मंत्र :

ॐ लक्ष्मी माई, बिसनु की लुगाई । आओ माई आगंन में
बिराजो, घर में भंडार भरो। चांदनी सी बरसो, तारेन सी
चमको । जो न पधारो तो पति की सेज भूलो । चण्डू चाण्डाल
की भोग बनो। आदेश गोरखनाथ मछन्दर को दुहाई सात
समन्दर की। मेरी भगति, गुरू की शक्ति। मंत्र सांचा। ।

दर्शन हेतु लक्ष्मी मंत्र बिधि : इस मंत्र की सिद्धि हेतु साधक दीपाबली से पहले पूर्णिमा को पीपल वृक्ष की मूल को सबिधि आमंत्रित कर लें आबें । उसे प्रतिदिन स्नान, धूप, अगरबती, प्रसाद चढायें और श्रद्धा से प्रणाम करें । फिर दीपाबली की अमाबस्या की दीप प्रज्जबलित करके उस पीपल की जड को आसन के नीचे रख कर दर्शन हेतु लक्ष्मी मंत्र साधना शुरू करें, पूरी रात यानी प्रात: (भोर) तक जितना जप हो सके करें । पश्चात् नित्य प्रति स्नान कर एक सौ मंत्रों का जप मूल को आसन के नीचे रख कर करते रहें ।

निरंतर जप के प्रभाब से माता लक्ष्मी का राजसी बैभब प्रकट होने लगेगा । इस मंत्र की साधना से निशिच्त ही घर के आंगन में स्वर्णालंकारों से अलंकृत एक अत्यन्त सुन्दर युबती स्वप्न में दिखायी देगी । लक्ष्मी स्वरूपा युबती घर में प्रबेश करती है । जैसे जैसे साधक के मंत्र जप का बल बढता जाएगा । मां के दर्शन एबं बैभब में बढोतरी होती जाएगी । साधक जीबन भर स्त्रियों, ब्राहमणों, वृद्ध का सम्मान करें एबं ईश्वर के प्रति श्रद्धाभाब रख समय समय पर दान पुण्य करते रहें ।

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