कर्णपिशाचिनी यक्षिणी साधना कैसे करें ?

Karnapishachini Yakshini Sadhana :

कर्णपिशाचिनी यक्षिणी का साधन मंत्र यह है –
“ॐ ह्रीं च: च: कम्बलके गत्या पिण्ड पिशाचिके स्वाहा ।”

Karnapishachini Yakshini Sadhana Vidhi :

प्रतिदिन सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय इस मंत्र का १००८ की संख्या में २१ दिन तक जप करें तथा संध्या के समय अपने आहार में से एक पिण्ड छत के ऊपर फेंक दिया करें तो “कर्णपिशाचिनी” यक्षिणी प्रसन्न होकर साधक की शय्या पर आती है तथा उसे प्रतिदिन २५ स्वर्ण मुद्राएं देकर, उसके प्रत्येक प्रश्न का उत्तर कान में बताती रहती है ।

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