Bhojpatra ke Tantrik Prayog :
1. भोजपत्र (bhojpatra) की टहनियों की धूप से भूत-प्रेत, जिन्नादि भाग जाते है । मंत्रोचार करते हुए ढीले बस्त्रो में रोगी को एसे बैठायें कि सारे शरीर पर धुआं लगे ।
2. भोजपत्र पर बिषणु, मोहिनी, तुलसि, बशीकरण, आकर्षण आदि से सम्बन्धित मंत्र लिखकर सिद्ध करके पहनने से बांछित फल की प्राप्ति होति है ।
3. भूर्जपत्र की जड, अनार की जड, सहदेई की जड, शेवतार्क की जड और गुंजा की जड को पीस-घोटकर गोरोचन के साथ तिलक करने से इतना सशक्त बशिकरण होता है की प्राणों का दुशमन भि दास बन जाये ।
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जय माँ कामाख्या