छिपकली से जुड़े टोटके

Chhipkali : आम तौर पर लोग घर में छिपकली को देख कर डर जाते हैं लेकिन शायद उन्हे ये नही पता होता है कि डरावनी सी दिखने वाली छिपकली कितना शुभ फल देती है । ज्योतिष और शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है । भारत मे तो कुछ मंदिरों में छिपकली को पूजा भी जाता है । श्री रंगम रंगनाथ स्वामी मंदिर में दिवारों पर छिपकली के चित्र उकेरे गये हैं। कहा जाता है कि इन छिपकलियों के दर्शन से भगवान के दर्शन का फल दोगुना हो जाता है ।

घरों में आमतौर पर पाई जाने वाली गिरगिट भविष्य में होने वाली कई घटनाओं के बारे में संकेत करती है । शकुन शास्त्र के अनुसार दिन में भोजन करते समय यदि गिरगिट का बोलना सुनाई दे शीघ्र ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है या फिर कोई शुभ फल प्राप्त हो सकता है और अगर गिरगिट समागम करती मिले तो किसी पुराने मित्र से मिलना हो सकता है ।
 
लड़ती दिखे तो किसी दूसरे से झगड़ा संभव है और अलग होती दिखे तो किसी प्रियजन से बिछुडऩे का दु:ख सहन करना पड़ सकता है । इसके साथ ही दिवाली की रात घर में गिरगिट का दिखना बहुत शुभ होता है.. ऐसा माना जाता है कि पूरे साल घर में सुख समृद्ध बनी रहेगी । पर हम आपको गिरगिट को उपाय बताने जा रहे हैं जिसे कभी करने से शुभलाभ मिलता है और पैसों की दिक्कत खत्म हो जाती है ।
Chhipkali Totka  :
इसके लिए आपको बस इतना करना है कि जब भी कभी आपको घर में दीवार पर गिरगिट (chhipkali) दिखे तो तुरंत मंदिर में या भगवान की मूर्ति के पास रखा कंकू-चावल ले आएं और इसे दूर से ही गिरगिट पर छिड़क दें । ऐसा करते हुए अपने मन की किसी मुराद को भी मन ही मन बोलें और यह कामना करें कि वह पूरी हो जाए । दरअसल शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि गिरगिट (chhipkali) की पूजा से धन सम्बन्धी समस्याओं का अन्त हो जाता है और धन प्राप्ति के नए मार्गों की प्राप्ति होती है ।

हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे (मो.) 9438741641 {Call / Whatsapp}

जय माँ कामाख्या

Acharya Pradip Kumar is renowned as one of India's foremost astrologers, combining decades of experience with profound knowledge of traditional Vedic astrology, tantra, mantra, and spiritual sciences. His analytical approach and accurate predictions have earned him a distinguished reputation among clients seeking astrological guidance.

Sharing Is Caring:

Leave a Comment