गरुड़ बृक्ष का महत्वपूर्ण उपयोग

Garud Vriksh: बनस्पति जगत् के गरुड़ बृक्ष को तंत्र में उत्कृष्ट पाया गया है । यह बृक्ष सम्भबत: भारतबर्ष में कहीं –कहीं हो सकता है । यह बिशालकाय बृक्ष होता है । गरुड़ रायपुर जिले में नबापारा क्षेत्र में, बस्तर जिले के पहाड़ी क्षेत्र, दन्तेबाड़ा और भोपालपटनम के बन अधिकार क्षेत्र में उपलब्ध है । इस गरुड़ बृक्ष का प्रयोग हमने कुछ समस्या निबारण के लिए किया तो अच्छा प्रमाण सामने आया है । प्रस्तुत हैं बिभिन्न प्रयोग :

Garud Vriksh:

१. बिषहरण – अगर किसी को जहरीले साँप ने काट लिया हो तो इस गरुड़ बृक्ष की केबल छाल को पीसकर पीड़ित ब्यक्ति को पिलाने से साँप का जहर उतर जाता है ।

२. ऊचाटन के लिए – अगर किसी परिबार में कलह – झगड़ लड़ाई करबाना हो तो इसकी जड़ को केबल उस ब्यक्ति के घर में डाल देने से उचाटन होता है ।

३. समृद्धिदायक गरुड़ बांदा – गरुड़ बृक्ष (garud vriksh) में लगा बांदा (ध्यान रहे बांदा एक परजीबी बनस्पति है ,अलग बनस्पति है ) मिले तो इसे असली एकाक्षी नारियल के साथ पीले कपडे में लपेटकर रखें । ब्यक्ति को समृद्धशाली बनाने में बिजोड बस्तु है ।

४. दूकान के लिए : किसी की दुकान अच्छी चलते – चलते अचानक बिक्री बन्द हो जाती है तो समझो की उसकी दुकान में टोटका लग गया है । इस तरह की समस्या जब हो तो गरुड़ की ६ इंच की लकड़ी को दुकान में ठोक दें समस्या का निबारण अबश्य होगा ।

५. सर्बमंगलकारी कार्यो के लिए : इसके लिए गरुड़ के फूल, अनार के सात पत्ते और असली सियारसींगी को साथ रखना ही सर्बमंगलकारी होता है (ध्यान रहे सियार्सींगी आज नकली मिल रहा है, इससे बचें )

६. शानिदोष निबारण के लिए : शनिदोष निबारण के लिए गरुड़ बृक्ष (garud vriksh) का फल घर पर रखना हितकर है (गरुड़ का फल लम्बा और सर्प की आकृति में होता है ) ।

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नोट : यदि आप की कोई समस्या है,आप समाधान चाहते हैं तो आप आचार्य प्रदीप कुमार से शीघ्र ही फोन नं : 9438741641/ 9937207157 {Call / Whatsapp} पर सम्पर्क करें।

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