Kaali Aakarshan Mantra Sadhna Kaise Kare ?
काली आकर्षण मंत्र (Kaali Aakarshan Mantra) (१) : क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं स्वाहा।
देबी के एक हाथ में रक्तबर्ण अंकुश तथा दुसरे हाथ में शुल का ध्यान करें ।
२) हुं हुं ह्रीं ह्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा।
यह उत्तम बशीकरण सब को बशीकरण करने बाला है ।
नाग यज्ञोपबीत, मस्तक पर जटाजूट ब चन्द्र धारण किये हुये महाकाल के समीप स्थित है ।
(२) काली हृदय मंत्र : ॐ ह्रीं क्रीं मे स्वाहा ।
बिनियोग : अस्य मंत्रस्य भैरबऋषि: ,बिराट्छन्द:, सिद्धकाली ब्रह्मारूपा भुबनेश्वरी देबता, क्रीं बीजं, ह्रीं शक्ति: आकर्षण बिनियोग: ।
न्यास : हाँ, ह्रीं, हूँ, हैं, हौं ह: से न्यास करे ।
दाहिने हाथ के खड्ग से चन्द्रमा को बिदीर्ण करती है । जिससे चन्द्रमा का अमृत बांये हाथ में स्थित नरकपाल में गिरता है उसका पान करती है ।
रक्तपुष्प होम से बन्हिस्वरुप, पीतपुष्प होम से स्तंभन , मालती पुष्प के होम से बृहस्पति समान होबे। कृष्ण पुष्प के होम से मारण होबे ।
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे (मो.) +91-7655043335/ 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या