Khatarnaak Uchchatan Tantra :
(१). सफ़ेद कलिहारी की जड़ लेकर जिस किसी का उचाटन करना हो उसके घर में गाड देने से शीघ्र उच्चाटन हो जाता है ।
२. शिबलिंग बनाकर उसके ऊपर ब्रह्मदंडी और चिता की भस्म का लेप करे, फिर सफ़ेद सरसों के साथ शनिबार के दिन उस शिबलिंग को जिसके घर में फेंक दिया जाए तो उसका उच्चाटन हो जाता है ।
३. गुलर की लकड़ी की चार अंगुल की कील लेकर जिस मनुष्य का उचाटन करना हो उसके शयन गृह में गाड दे तो उच्चाटन होता है ।
४. सफ़ेद सरसों और शिब निर्माल्य जिसके घर में डाल दिया जाय उसका उच्चाटन हो जाता है ।
५.Khatarnaak Uchchatan Tantra Mantra :
मंत्र : “ॐ नमो नारायण ‘अमुक्स्य अमुकेन’ सह बिद्वेष्ण कुरु कुरु स्वाहा ।”
उपरोक्त खतरनाक उच्चाटन तंत्र मंत्र (Khatarnaak Uchchatan Tantra Mantra) से घूल को अभिमंत्रित कर जिसके घर में भी डाल दें उसी का उचाटन हो जाएगा । अमुक्स्य अमुकेन के स्थान पर जिन दो ब्यक्तियों का बिद्वेष्ण करना हो उनका नाम लिया जायेगा ।
६. घोड़े के नख को लाकर उनकी कीलें बानाबे। अश्विनी नक्ष्त्र में शुक्रबार के दिन बट बृक्ष के नीचे श्मशान भूमि में बैठ उपरोक्त मंत्र का 11000 बार जप करे। मंत्र सिद्ध होने के पश्चात उस कील को जिसके घर में गाड दे उसी का उच्चाटन हो जायेगा ।
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