Kiye Karaye Ki Shanti Hetu Mantra :
शांति और बापसी मंत्र :”ॐ बज्र मुष्ठि, बज्र किबाड। बज्र बांधौ दश द्वार, बज्र
पणि पिबेच्चांगे। डाकिनी डापिनी रक्षोब सर्बागे।
मंत्र जयो शत्रु भयो। डाकिनी बायो, जानु बायो।
कालि कालि शामनते, ब्रह्मा की धीशु साशु।
डाकिनी मिलि करि। मोरे जीड घात करेती।
पत्ने पानी करे, गुआ कर। याने करे, सूते करे।
परिहासे करे, नयन कटाक्षि करे। आपो न हाते, परहाते।
जियति संचारे, किलनी पोतनी, अनिन्तुषबरी करे।
एते बिज्ञान अहिन न नगयो।
मोहि करेत्साराकु ठितिल्स्केम सरू पद्रे।
ॐ मो सिद्धि गुरूपराय स्वीलिंग। महादेब की आज्ञा।।”
Kiye Karaye Ki shanti Hetu Mantra Vidhi :
मंत्र बिधि : इस मंत्र की सिद्धि के बाद, मंत्र शक्तित्त जल पीने से सभी प्रकार के किए कराए (अभिचार) का नाश होता है एबं जो अभिचार किए रहता है उसी के ऊपर जा पडता है ।
यदि आप को सिद्ध तांत्रिक सामग्री प्राप्त करने में कोई कठिनाई आ रही हो या आपकी कोई भी जटिल समस्या हो उसका समाधान चाहते हैं, तो प्रत्येक दिन 11 बजे से सायं 7 बजे तक फोन नं . 9438741641 (Call/ Whatsapp) पर सम्पर्क कर सकते हैं ।