पितृ दोष से छुटकारा दिलाएगा यह अचूक उपाय :
पितृ दोष से छुटकारा : पितृदोष एक ऐसे स्थिति है जिसमे पुर्बो पीढ़ियों के लिए किए गए दोष का हमारे जीबन पर असर पड़ता है । अगर किसी की कुंडली में पितृदोष हो तो यह स्थिति अत्यंत घातक हो सकती है। यह दोष हामरे समब्ध , स्वास्थ्य और समृद्धि पर नकारत्मक प्रभाब डाल सकते हैं , हालांकि पितृ दोष से छुटकारा पाना तो कठिन लग सकता है , लेकिन यह सम्भब है ।
पितृ दोष से होनेबाली समस्या के ऊपर एक नजर डाले तो , कुछ घटनाए निम्नलिखित हो सकती है :
पारिबारिक संघर्ष : पितृ दोष के कारण परिबार के बीच संघर्ष और बिबाद हो सकते है, जो अकेले काफी समय तक चल सकते है ।
आर्थिक समस्याएँ : पितृ दोष के प्रभाब में आर्थिक संकट आ सकता है , जैसे की बित्तीय संकट, बढ़ते कर्ज या धन की हानि ।
स्वास्थ्य समस्या : इसे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाब डाल सकता है और ब्यक्ति को बिभिन्न स्वास्थ्य समस्याओ का सामना करना पड सकता है ।
परिबार में बिबाद : पितृ दोष के कारण परिबार के सदस्य के बीच में बिबाद और असंतुष्टि हो सकती है ।
जीबन के नाना समस्या : पितृ दिशा के कारण जीबन में एक से बड़े एक समस्या खड़ी हो जाती है , जिससे आदमी को कोई रास्ता नजर नही आता है , इस समय वो क्या करे और क्या ना करे ।
ध्यान दे की पितृ दोष केबल धार्मिक या आधय्मिक सन्दर्भ में हो सकता है ,और यह ब्यक्ति के जीबन में बास्तबिक प्रभाब डालने के बजाय इसके धार्मिक और सामाजिक मयाने रख सकता है । ऐसे समस्याओ का समाधान धार्मिक गुरुओ ,ज्योतिषियों और सामाजिक परंपराओ के अनुसार किया जा सकता है ।अनिष्टकारी प्रभावों से बचने के लिए , यंहा दिया गया पितृ दोष से कैसे छुटकारा मिले वो उपाय आप करके निश्चिंत भाब से पितृ दोष से मुक्त हो सकते हो।
पितृ दोष से छुटकारा के लिए बिधिबत श्राद्ध करे :
एक तरह के धार्मिक अद्भुत उपाय है ,बिधिबत श्राद्ध का आयोजन करना ।इसमें पुर्बोजों केलिए प्रार्थना करने का एक बिशेष प्रक्रिया होती है , जिससे उनकी आत्मा को शांति मिल सकती है ।
पितृ दोष से छुटकारा के लिए योग और मैडिटेशन :
योग और ध्यान की अभ्यास करने से मानसिक शान्ति मिलती है साथ साथ पितृ दोष को भी कम करता है , पितृ दोष का प्रभाब जो भी आपके ऊपर पडता है वो कम हो जाता है ।
पितृ दोष से छुटकारा के लिए बिल्व बृक्ष का पूजन करना :
ये भी एक अचुक उपाय है , जो रोज बिल्व बृक्ष का पूजन करता है और उसके पास घी का दिया जलाकर उसी पेड़ में पितृ लोग केलिए जल तर्पण करता है , उसके सारे पितृ दोष समाप्त होकर उसको अचाल्चल सम्पति का मालिक बन जाता है ।
पितृ दोष से छुटकारा के लिए दान और सेबा करे :
ये आपके जीबन में उतारना चाहिए , दान और सेबा एक महत्वपूर्ण अंग है , जिससे हमारा कर्म को सही दिशा में ले जाता है साथ साथ हमारा पीढ़ी को भी बुरे कर्म और बुरे प्रभाब से बचाता है ।
पितृ दोष से छुटकारा के लिए गुरु के मार्ग दर्शन पर चलना :
ये एक छोटा सा बात नही है , जीबन में गुरु की भूमिका माता पिता से भी बहुत आगे है । इसीलिए जीबन में एक सही गुरु मिलना और उनकी बात पर चलना सम्भब है तो लाइफ (जीबन ) जीने का जो चार्म कुछ अलग हो जाता है । गुरु की आदेश पालन करने से बहुत कुछ पितृ दोष कम हो जाता है ।