वृष राशि के लोगों के बारे में कुछ खास बातें…
वृष राशि लोग के नाम के पहले अक्षर – ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
राशि स्वरूप – बैल जैसा
राशि स्वामी – शुक्र
वृष राशि परिचय :
वृष राशि का चिह्न बैल है। बैल अधिक पारिश्रमी और ताकतवर होता है, साधारणत: ये जीव शांत भी रहता है, लेकिन गुस्सा आने पर वह उग्र रूप धारण कर लेता है।
वृषभ राशि चक्र में आने वाली दूसरी राशि है। वृषभ राशि के जातक उन लोगों में से होते हैं, जो जीवन में अपनी पसंद की हर वस्तु आसानी से पाना चाहते हैं। सुरक्षा और प्रतिबद्धता इनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। वृषभ राशि के जातक धन, संपत्ति और ख्याति प्राप्त करना पसंद करते हैं। ये अपने साथी को स्वतंत्रता देने के लिए इच्छुक नहीं होते हैं। वृषभ राशि के लोग बुरे वक्त में गंदी आदतों में आसानी से फंस जाते हैं। हालांकि ये स्वभाविक रूप से अंतर्मुखी और बहुत विश्वसनीय होते हैं। ये लोग पेशे से बिल्डर और निवेशक आदि होते हैं।
1- वृष राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है। इसके अन्तर्गत कृत्तिका नक्षत्र के तीन चरण, रोहिणी के चारों चरण और मृगशिरा के प्रथम दो चरण आते हैं। इनका गृहस्थ जीवन बहुधा सफल ही रहता है। वैसे ऐसे व्यक्तियों के विकास की गति मध्यम होती है। फलस्वरूप इनके अंदर निराशा का अंकुर फूटने लगता है।
2- सरकारी ठेकेदारी का काम करवाने की योग्यता इस राशि के लोगों में रहती है। वृष राशि वालों को एक ही नहीं, कई कार्य करने चाहिए। इससे आमदनी का जरिया बढ़ेगा। आमतौर पर जातक सुंदर कद काठी, ऊंची नाक, चमकदार आँख और कामुक होंठ वाले होते हैं। हालांकि जितना चेहरा सुंदर देखने में होता है उतना आप भाग्यशाली नहीं होते हैं। आपकी शारीरिक संरचना चौकोर आकार ही होती है। आप लोगों के पीठ पर कुछ निशान भी होते हैं। वृषभ लग्न के लोग मेलजोल वाले होते हैं।
3- वृष राशि लोग के जीवन में पिता-पुत्र का कलह रहता है। इसके बाद भी ये लोग संतान की तरफ से भाग्यवान होते हैं। पिता के पास जमीनी काम या जमीन के द्वारा धन कमाने का साधन होता है। इन लोगों को मसालेदार भोजन अधिक पसंद होता है। इस राशि वाले जातक को अच्छे भोजन का शौक होता है। भोजन के बाद ये आराम करने में विशेष रुचि लेते हैं।
4- वृष राशि लोगों के पास ज्ञान अधिक होता है, जिससे अहम का भाव इनके स्वभाव में आ जाता है। ये लोग जब भी कोई बात करते हैं तो स्वाभिमान की बात करते हैं। बात करने का तरीका बहुत बढ़िया होता है। आपको बहुत कम ही गुस्सा आता है लेकिन जब आता है तो बहुत खतरनाक साबित होता है।
5- शिक्षा और सरकारी काम इनको आकर्षित करते हैं। आपके जीवन में कुछ भी अचानक से नहीं होता है। शेयर मार्केट में आपको सफलता मिल सकती है। यदि कुंडली में केतु का बल मिल जाता है तो व्यक्ति शासन में मुख्य अधिकारी बनने की योग्यता रखता है। मंगल के प्रभाव से व्यक्ति के अंदर मानसिक गर्मी बढ़ती है। ऐसे लोग हमेशा कुछ-कुछ सोचते रहते हैं। इनकी माता के जीवन में परेशानियां ज्यादा होती हैं।
6- वृष राशि लोग सौन्दर्य प्रेमी और कला प्रिय होते हैं। कला के क्षेत्र में नाम कमाते हैं। कला के क्षेत्रों में इन्हें ललित कला का बहुत शौक होता है। इनके लिए व्यवसाय में चिकित्सा और समाजसेवा विशेष लाभकारी है।माता और पति का साथ या माता और पत्नी का साथ घरेलू वातावरण में तालमेल लाता है। ये लोग अपने जीवनसाथी के अधीन रहना पसंद करते हैं। जातक का स्वभाव गंभीर होता है। चन्द्र-बुध के कारण इन लोगों को संतान के रूप में कन्या मिल सकती है। माता के साथ वैचारिक मतभेद का वातावरण बनाता है। गले की तकलीफ, टांसिल, मोटापा और घेंघा, मांसपेशियों में तनाव और सूजन पीड़ादायक गर्दन की मांसपेशियां जैसी बीमारियां की प्रवृत्ति हो सकती हैं। हालांकि वृष राशि का स्वास्थ्य वृषभ लग्न आपको एक मजबूत और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान कर रहा है। लेकिन कुछ शारीरिक समस्याओं का सामना आपको जीवन भर करना पड़ सकता है। विशेष रूप से आप तंत्रिका तंत्र से संबंधित बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं।
7- वृष राशि जातक के लोग व्यावहारिक, कलात्मक, स्थिर, भरोसेमंद, उदार, इंसानियत और वफादार हुआ करते हैं। नकारात्मक गुण यह है कि ये आलसी, जिद्दी, पक्षपातपूर्ण और स्वत्वबोधक भी होते हैं।
8- वृष राशि जातक अपने ही बनाए हुए उसूलों पर जीवन चलाते हैं। इन्हें अवसर का लाभ उठाना अच्छी तरह से आता है। आप महंगी चीज़ें ही खरीदना पसंद करते हैं। आपके इरादे अच्छे होते हैं और लोगों को आपसे बात करना पसंद आता है। हमेशा दिमाग में कोई योजना बनती रहती है। कई बार खुद के षडयंत्रों में खुद ही फंस भी जाते हैं।
9- आपके व्यक्तित्व में कामुकता का भाव भी हो सकता है। इसके कारण आप सभी क्षेत्रों में भौतिक सुख प्राप्ति के लिए प्रयासरत रहते हैं और आप काफी उद्यमी प्रकृति के भी हो सकते है। आप लोग अपने मूल्य और सिद्धांतों के प्रति काफी अडिग रहते हैं, और आपके दृष्टिकोण को बदलना आसान नहीं होता है। आपकी स्नेही प्रकृति और सच्चाई की सराहना करने का गुण, दूसरों को आपकी और आकर्षित करता है।
आप एक चुम्बकीय व्यक्तित्व के स्वामी है। कई बार आप पूर्वाग्रही और जिद्दी भी हो सकते है। आप काफी सावधानी से अपने दोस्तों का चयन करते हैं। आपको आसानी से मनाया जा सकता है।
10- रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण का स्वामी चन्द्रमा है, इस कारण आपके मन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है।
वृष राशि जातक इन्हें भी जानें ….!!!
गुस्सै ल प्रवृत्ति वाली वृषभ राशि की महिलाएं अन्य् राशियों के साथ कभी-कभी हिंसक भी हो जाती हैं। पुरूषों के लिए ये स्त्रियां किसी रहस्या से कम नहीं होती। हालांकि वृषभ राशि की महिलाएं व्युवहार से उदार होती हैं। इस राशि की महिलाओं को पुरूषों को नियंत्रित करना भी अच्छेए से आता है। अपने आगे दूसरों की प्रशंसा इन्हें पसंद नहीं आती। वृषभ राशि की महिलाओं का स्वभाव ऐसा होता है कि हर पुरूष उनके जैसा जीवनसाथी पाने की इच्छा। रखता है। अपने आसपास के वातावरण को व्यवस्थित रखना इन्हें पसंद होता है। स्वयं का सजना-संवरना भी इन्हें अच्छाे लगता है। ये महिलाएं हमेशा अपने पति के साथ खड़ी नजर आती हैं। वे हर मुश्किल घड़ी में अपने पति की छाया बनकर उसका साथ निभाती हैं।
सलाह :- कभी- कभी यौन रोग आपको अपने प्रभाव में ले सकते हैं। इसके अलावा जीवन में ग्रीवा कशेरुक,निचले जबड़े, दांत,ठोड़ी और तालु की समस्याएं होने की संभावनाएं भी बनती है। गुर्दे,गुप्तांग, मूत्राशय,गर्दन और गले में होने वाले रोगों से आपको सतर्क रहना चाहिए।
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