1. अगर आपकी छाती (chhaati) चिपटी हुई और पसलियां नज़र आती हैं तो इसे सुडौल और उन्नत बनाने का प्रयास शुरु कर दीजिए । क्योंकि छाती होगी सुडौल और उन्नत तो देवी लक्ष्मी होंगी मेहरबान ।
2. इस बात का उल्लेख समुद्रशास्त्र में मिलता है । तभी शायद प्राचीन काल में युवक व्यायाम करके अपनी छाती सुडौल और पुष्ट बनाने की कोशिश करते थे ।
3. समुद्रशास्त्र वह विज्ञान है जिसमें अंग लक्षण के अनुसार भविष्य जानने की विधि बतायी गई है । इसी के आधार पर हस्तरेखा विशेषज्ञ आपकी हथेली और अंगों को देखकर आपके बारे में बताते हैं । इस विज्ञान के अनुसार जिनकी छाती छोटी होती हैं उन्हें जीवन भर धन की परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
4. जिनक छाती छोटी-बड़ी होती हैं उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है । ऐसे व्यक्ति को हमेशा दूसरों से सहायता की जरुरत पड़ती है ।
5. उन्नत छाति वाले व्यक्ति साहसी होते हैं और रक्षा एवं खेल जगत में सफलता की ऊंचाई पर पहुंचते हैं । दोनों छाति का एक सामान आकार में होना धन और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है । ऐसे व्यक्ति धनवान होते हैं ।
6. उन्नत, मांसल और पुष्ट छाति वाले व्यक्ति राजा के समान संपन्न और सुखी होते हैं । जिनकी छाति पर बाल होता है वह उदार और दयालु स्वभाव के होते हैं ।
7. इसके विपरीत जिनकी छाति (chhaati) पर बाल नहीं होते हैं वह हमेशा अपने हित और फायदे की बात सोचते हैं । यह किसी की सहायता भी करते हैं तो इसमें इनका निहित स्वार्थ छिपा होता है ।
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जय माँ कामाख्या