Kasai Ka Chhura Stambhan Mantra :
मंत्र : काले टिल कबेला तिल, गुजरी बैठी बीर । पसारे सुई न
देधे माधाई ।पीर न आबै, काली करू इमती भारी ।
दुष्य तिबुकिलार अबनी बांधो सुई ।अबषाडे की धार,
आबे न लोहू । न फूटे घाउ, रक्षा करे श्री गोरख राऊ।।
Kasai Ka Chhura Stambhan Mantra Vidhi :
इस मंत्र को ग्रहण काल ,पर्बकाल या शुभ मुहूर्त में सिद्ध करने के पश्चात् इसका प्रयोग तब करे जब कोई कसाई पशु (बकरा) का बध करने जा रहा हो उस समय इस मंत्र से कुछ उड़द के दाने अभिमंत्रित करके बकरे के मारे जाएं, तो कसाई का हथियार उसका बध नहींकर पाएगा।
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