Rin Mukti Bhairav Sadhana :
हर व्यक्ति के जीवन में ऋण एक अभिशाप है । एक वार व्यक्ति इस में फस गया तो धस्ता चला जाता है। कर्ज की चिंता धीरे धीरे मनुष्य पे हावी होती चली जाती है जिस का असर स्वस्थ पे होना भी स्वाभिक है। प्रत्येक मनुष्य के अपने कुंडली में बहुत सारा ऋण होता है जिस में पित्र ऋण ,मार्त ऋण, भूमि ऋण ,गुरु ऋण और भ्राता ऋण और ऋण जिसे ग्रह ऋण भी कहते है । संसारी ऋण (कर्ज )व्यक्ति की कमर तोड़ देता है मगर हजार परयत्न के बाद भी आदमी छुटकारा नहीं पाता तो ख़ुदकुशी तक सोच लेता है। यहाँ एक बहुत ही सरल अनुभूत भैरब साधना प्रयोग दे रहा हु आप निश्चित हो कर करे बहुत जल्द आप इस अभिशाप से मुक्ति पा लेंगे।
Rin Mukti Bhairav Sadhana Vidhi
शुभ दिन जिस दिन रवि पुष्य योग हो जा रवि वार हस्त नक्षत्र हो शूकल पक्ष हो तो इस भैरव साधना (Rin Mukti Bhairav Sadhana) को शुरू करे वस्त्र – लाल रंग की धोती पहन सकते है। माला – काले हकीक की ले। दिशा –दक्षिण। सामग्री – भैरव यन्त्र जा चित्र और हकीक माला काले रंग की। मंत्र संख्या – 12 माला 21 दिन करना है ।
पहले गुरु पूजन कर आज्ञा ले और फिर श्री गणेश जी का पंचौपचार पूजन करे तद पहश्चांत संकल्प ले । अपने जीवन में स्मस्थ ऋण मुक्ति के लिए यह भैरव साधना कर रहा हु हे भैरव देव मुझे ऋण मुक्ति दे । जमीन पे थोरा रेत विशा के उस उपर कुक्म से तिकोण बनाए उस में एक पलेट में स्वास्तिक लिख कर उस पे लाल रंग का फूल रखे उस पे भैरव यन्त्र की स्थापना करे उस यन्त्र का जा चित्र का पंचौपचार से पूजन करे तेल का दिया लगाए और भोग के लिए गुड रखे या लड्डू भी रख सकते है ।
मन को स्थिर रखते हुये मन ही मन ऋण मुक्ति के लिए पार्थना करे और ऋण मुक्ति भैरव साधना मंत्र (Rin Mukti Bhairav Sadhana Mantra) जप शुरू करे ।12 माला जप रोज करे इस प्रकार 21 दिन करे भैरव साधना के बाद माला यन्त्र और जो पूजन किया है वोह समान जल प्रवाह कर दे साधना के दोरान रवि वार या मंगल वार को छोटे बच्चो को मीठा भोजन आदि जरूर कराये । शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी और कारोबार में प्रगति भी होगी।
Rin Mukti Bhairav Sadhana Mantra :
मंत्र : “ॐ ऐं क्लीम ह्रीं भम भैरवाये मम ऋणविमोचनाये महां महा धन प्रदाय क्लीम स्वाहा ।।”
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार :- मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या