Shatru Maran Tantra Prayog
चिता की लकड़ी का धनुष, कछुआ की हड्डी का तीर तथा मिट्टी की शत्रु की मूर्ति बनायें । उसके पश्चात् उक्त मंत्र (Shatru Maran Tantra) सिद्ध मंत्र से तीर को 7 बार अभिमंत्रित करके जिस शत्रु के ऊपर डाल दिया जाये ,बह गुल्म रोगी होकर मर जाता है ।
शत्रु मारण मंत्र (1) – “ॐ शुखले स्वाहा ।”
Shatru Maran Tantra Vidhi :
यह मंत्र दस हजार बार जप कर सिद्ध कर लें । मंत्र सिद्ध हो जाने पर छ्बूदिया कीट, बिच्छू का डंक, तज और केंबाच के बीज इन सबको समभाग ले कर पीस लें । तत्पश्चात उक्त मंत्र से 7 बार अभिमंत्रित करके जिस शत्रु के ऊपर डाल दिया जाये, बह गुल्म रोगी होकर मर जाता है ।
शत्रु मारण मंत्र (2) – “ॐ शुरे शुरे स्वाहा ।”
Maran Tantra Vidhi :
यह मंत्र दस हजार की संख्या में जपने से सिद्ध होता है । मंत्र सिद्ध हो जाने पर सर्प की हड्डी की एक कील जो अश्लेशा नक्षत्र में 7 बार अभिमंत्रित करके जिसके घर में गाड दिया जाए, बह गुल्म रोगी होकर मर जाता है ।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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