आक से वशीकरण का औघड़ प्रयोग……

आक से वशीकरण का औघड़ प्रयोग……

आक से वशीकरण का औघड़ प्रयोग : आक से वशीकरण : किसी दूर एकांत स्थान पर एक आक के पेड़ को खोज लें । इस आक से वशीकरण क्रिया करने केलिए आप प्रतिदिन सुबह-शाम संडास जाए और शौच क्रिया के लिए व्यवहार किया गया जल को थोड़ा सा बचा कर रखें । उस जल को … Read more

चिता की राख से वशीकरण कैसे करें ?

चिता की राख से वशीकरण

चिता की राख से वशीकरण कैसे करें ? चिता की राख से वशीकरण मंत्र : “ॐ नमो धूलि धूलि। विकट चांदनी पर मारूँ धूलि। धूलि लगे, बने दीवानी। घर तजे।बाहर तजे। ठाडा तजे भर्तार दीवानी। एक सठी बलवान। तुं नाहरसिंह वीर अमुक को उठाय लाव। न लाय तो हनुमान वीर कि दुहाई। मेरी भक्ति।गुरु कि … Read more

दुर्लभ वशीकरण प्रयोग :

दुर्लभ वशीकरण प्रयोग :

दुर्लभ वशीकरण प्रयोग : यह दुर्लभ वशीकरण प्रयोग बड़ा ही आसान प्रयोग है और शीघ्र प्रभाव देने वाला भी, इसीलिए इस प्रयोग को दुर्लभ माना जाता है । वैसे भी यह प्रयोग कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मंगलवार के दिन किया जाता है । इस प्रयोग मे एक पान का पत्ता लेना है, ज्यो किसी … Read more

कुण्डली में गुरु चांडाल योग क्या है ?

गुरु चांडाल योग

कुण्डली में गुरु चांडाल योग : कुण्डली में गुरू चाण्डाल योग का होना अशुभ माना जाता है । इस योग के कारण जीवन में अनेक प्रकार की समस्यायें आती रहती है । पहचान के लक्षण-जिस जातक की कुंडली में गुरु चांडाल योग यानि कि गुरु- राहु की युति हो वह व्यक्ति क्रूर, धूर्त, मक्कार, दरिद्र … Read more

ब्यापार बाधा दूर करने का मंत्र :

ब्यापार बाधा मंत्र

ब्यापार बाधा दूर करने का मंत्र : ब्यापार बाधा मंत्र : इस मंत्र को २१ दिन १००८ बार जप कर सिद्ध कर लेबे । भैरब की पूजा करे । गुलाल, छारछबीला, गोरोचन एबं कपूर काचरी को बराबर मात्रा में लेकर उसका चूर्ण कर लेबे । चूर्ण को उपरोक्त ब्यापार बाधा मंत्र से अभिमंत्रित कर अपनी … Read more

राजा बशीकरण मंत्र

राजा

राजा बशीकरण मंत्र : राजा बशीकरण मंत्र : “ॐ नमो भास्कराय त्रिलोकात्मने अमुकं महीपतिं में बशं कुरु कुरु स्वाहा ।” यह मंत्र एक लाख बार जपने से सिद्ध होता है । मंत्र में जिस स्थान पर अमुक शव्द का प्रयोग हुआ है वँहा पर जिस राजा को बश में करना हो, उसके नाम का उचारण … Read more

कन्कालिनी साधन :

कन्कालिनी साधन

कन्कालिनी साधन : कन्कालिनी साधन मंत्र :“क्रीं क्रीं कालिके कंकालि स्वाहा ।” कन्कालिनी साधन बिधि – दिन के समय नदी तट पर जाकर स्नान कर, दिव्य पुष्प, माँस, मद्य, रक्त आदि उपहारों तथा नृत्य गीतादि सहित कुलदेबी का पूजन करें । फिर कुलनरस का पान करके, उक्त मंत्र को 2000 की संख्या में जपे । … Read more

पुतली बशीकरण बिधान :

पुतली बशीकरण बिधान

पुतली बशीकरण बिधान : पुतली बशीकरण बिधान : केशर, कुंकुम तथा गोरोचन के मिश्रण से भोजपत्र के ऊपर शुभ घडी में एक ऐसी मूर्ति का निर्माण करें जैसी कि यंत्र प्रदर्शित की गयी है । उक्त पुतली बशीकरण बिधान यंत्र में मूर्ति के ह्रदय भाग पर जँहा “अमुकी” शव्द लिखा हुआ है, वँहा साध्य ब्यक्ति … Read more

सर्बजन मोहन तंत्र :

सर्बजन मोहन तंत्र

सर्बजन मोहन तंत्र : सर्बजन मोहन तंत्र : मंगलबार अथबा शनिबार को आधीरात के समय एक उल्लू को पकड़ कर, उसके सिर से सात पंख नोंच कर छोड़ दें । फिर अगली अमाबस्या की रात को, उन पंखों को लेकर श्मशान भूमि में जायें और किसी जलती हुई चिता के सामने पूर्बाभिमुख हो पद्मासन लगाकर … Read more