श्री सिद्ध गोपाल यंत्र

Gopal Yantra रचना के लिए अष्टगंध की स्याही का उपयोग श्रेष्ठ फलदायक होता है । लेखनी के लिए कुशा, अनार की समिधा, सुबर्ण अथबा चाँदी की सलाई का प्रयोग करना चाहिए । आधार के लिए भोजपत्र सर्बोत्तम है ।

Gopal Yantra Mantra :

यंत्र निर्मित करके बिधिबत प्राण – प्रतिष्ठा के पश्चात पूजागृह में स्थापित कर लें तथा “ॐ बाल बपुषे क्लीं कृष्णाय स्वाहा ” मंत्र का जप करते हुए यंत्र की पूजा करें ।

बिशेष अनुष्ठान के रूप में, किसी कामनापूर्ति अथबा संकट निबारण हेतु इस मंत्र का ग्यारह हजार जप करना चाहिए ।

(गोपाल यंत्र लिखने के लिए जब बैठे तो यंत्र के साथ लिखे हुए बिधान का पूर्ण रूप से पालन करें । इसके अतिरिक्त लिखते समय मौन रहे तथा इष्टमंत्र अथबा यंत्र सम्बन्धी मंत्र का भक्तिपूर्बक स्मरण करें )

Our Facebook Page Link

नोट : यदि आप की कोई समस्या है, आप समाधान चाहते हैं तो आप आचार्य प्रदीप कुमार से शीघ्र ही फोन नं : 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp} पर सम्पर्क करें।

Leave a Comment