पंचान्गुली मंत्र प्रयोग
Panchaanguli Mantra Prayog : पंचान्गुली देबी का स्थान अपने हस्त में माना गया है, अत: इसकी उपासना हस्त नक्षत्र से ही आरंभ करनी चाहिये । …
Panchaanguli Mantra Prayog : पंचान्गुली देबी का स्थान अपने हस्त में माना गया है, अत: इसकी उपासना हस्त नक्षत्र से ही आरंभ करनी चाहिये । …
Gupt Bidya Prapti Hetu Sadhanaye : केबल बृहस्पतिबार के दिन मरे हुए उल्लू की आँखे निकल कर कहीं सुरक्षित रख लें तथा उसके शेष भाग …
Tail Matangi Mantra Prayog : Tail Matangi Mantra :”ॐ ऐ तैलमातंगी नृनखमध्ये आगच्छ तत: कर्म कुरु कुरु स्वाहा ।।” अस्य बिधानम् – रबिबार की रात्रि …
Raatri Mein Devi Se Baat Karne Ka Mantra : Devi Mantra : “ॐ ह्रीं म स भोगबती करन पिशाचिनी प्रचण्ड बेगनी स्वाहा ।” बिधि :- …
Karn Pisachini Prayog : एक अनोखी साधना है कर्ण पिशाचिनी । इस साधना को व्यक्ति स्वयं कभी संपन्न नहीं कर सकता । उसे विशेषज्ञों और …
Karn Pisachini Sadhna Kaise kare ? आज मै कर्ण पिशाचिनी साधना (Karn Pisachini Sadhna) प्रयोग स्पष्ट कर रहा हूँ जो कि प्रमाणिक है पर साधक …
Karna Pisachini Sukar Dant Sadhana : इस साधना का त्वरित प्रभाव होता है । विशेष लाभ यह है कि इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता …
Karnpisachini Prayog Vidhi : कर्णपिशाचिनी प्रयोग बिधि साधना ही बाममार्गी साधना है, जो आगे चलकर साधक का भबिष्य नष्ट कर देती है । अंन्त मे …
Aghor Kriyagat Karnapishachi Mantra : Karnapishachi Mantra :”ओम ह्रीं कर्णपिशाचिनी अमोघ सत्यबादिनी मम कर्णे अबतर अबतर सत्यं कथय कथय अतीतानागत बर्तमान दर्शय दर्शय एं ह्रीं …