तैलमातंगी मंत्र प्रयोग

Tail Matangi Mantra Prayog :

Tail Matangi Mantra :”ॐ ऐ तैलमातंगी नृनखमध्ये आगच्छ तत: कर्म कुरु कुरु स्वाहा ।।”

अस्य बिधानम् – रबिबार की रात्रि से काले कम्बल पर बैठकर नग्न हो प्रतिदिन १०८ बार मंत्र जपें । इक्कीस दिन में तैलमातंगी मंत्र (tail matangi mantra) सिद्ध हो जायेगा । फिर तैलमातंगी मंत्र प्रयोग (tail matangi mantra) इस प्रकार करे – (हाजरात की तरह करे)

शनिबार की रात्रि को तिल का एक तोला तेल कांसी की कटोरी में डालकर दुर्बा की प्रोक्षणी द्वारा एक सो आठ बार उस तेल को अभिमंत्रित करके रख छोड़े । पुन: रबिबार को प्रात: काल चौका लगा धूप दें, फूलमाला चढाये । एक ९ -१० बर्ष के लडके को स्नान कराके ,सुगन्ध द्रब्य लगाकर, स्वच्छ बस्त्रादि पहनाकर बैठा देबे ।

फिर पिछले दिन का अभिमंत्रित किया हुआ तेल लड़के के हाथबाले अंगूठे के नाख़ून में लगायें । लड़के को एकटक देखने के लिये कहें और आप सामने बैठकर मंत्र पढ़े । मंत्र पढ़ते हुये लड़के के ऊपर फूंक मारते रहें । धूप भी देते रहे । थोड़ी देर बाद लड़के से पूछे “तुझको कुछ दिखाई दे रहा है” पहले मुख दिखेगा जब लड़के से कह्लाबे कि “हे मातेश्वरी तुम्हारा अमुक भक्त याद करता है सो जल्द आकर दर्शन दो” ऐसा कहने पर जब सिंह पर चढ़ी देबी या लटा बिखरे हुए भैरब दीखाई दे तब लड़के के हाथ में पेडा देकर लड़के से कहलाबे कि “भोग लो” फिर इलायची दे पश्चात् सुगंधद्रब्य देबे । यदि लेती हुई दीखे जब ले चुके उस वक़्त लड़का हाथ जोड़ कर पूछे “आपका अमुक भक्त अमुक कार्य पूछता है सो कृपा पूर्बक बताइये” इस प्रकार कहने पर उत्तर प्राप्त हो । जब तक प्रश्न करे धूप देते रहे । पश्चात् लड़का प्रश्न पूछे ।

दूसरों तथा स्वयं की सुख –शान्ति चाहने बालों के लिए ही यह तैलमातंगी मंत्र प्रयोग दिया गया है । इसमें दिए गये यंत्र, मंत्र तथा तांत्रिक साधनों को पूर्ण श्रद्धा तथा बिश्वास के साथ प्रयोग करके आप अपार धन –सम्पति, पुत्र –पौत्रादि, स्वास्थ्य –सुख तथा नाना प्रकार के लाभ प्राप्त करके अपने जीबन को सुखी और मंगलमय बना सकते हैं ।

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तंत्राचार्य प्रदीप कुमार – 9438741641 (Call /Whatsapp)

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