मृतबत्सा दोष नाशक मंत्र :
छोटी मोटी खप्पर, तुं धरती कितना गुण ।
जियके बल काट कूजान –बिज्ञान दाहिनी और हनुमान
रहे ,बांयी और चील ।चहूँ और रक्षा – करे बीर बानर
नील । नील बानर की भक्ति लखि न जाय । जेहि
कृपा मृतबत्सा दोष न आय । आदेश कामरू कामख्या
माई का । आज्ञा हाड़ी दासी चंडी की दुहाई ।।
मृतबत्सा दोष नाशक मंत्र बिधि : मंत्र को शुभ मुहूर्त में साधक सिद्ध करने के पश्चात मृतबत्सा – दोष से ग्रसित स्त्री का झाड़ा करने के लिए मछली पकड़ने बाला कांटा लाएं और इस मंत्र से सात बार फूँके । इसी मंत्र को जपते हुए स्त्री का इक्कीस बार झाड़ा करें और इस काटें को ताबीज में भरकर कमर में पहनबा दें । इस क्रिया से निशिचत रूप से जीबित संतान उत्पन्न होगी ।
ज्योतिष संभाबनाओं का बिज्ञान है । बाबजूद इसके आपका ज्ञान पका है तो सभाबनाएं भी परिनामों में बदल जाती हैं । एक ज्योतिष भी तो यही करता है । आपको “दुबिधा से बचाने सुबिधा” का मार्ग प्रशस्त करता है । ज्योतिष के सटीक उपाय 80 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक फायदा जरुर पहुंचाते हैं । आप भी यह दिया गया मृतबत्सा दोष नाशक मंत्र प्रयोगं और उपायों को बेहिचक आजमा सकते हैं । इन प्रयोगों से आपकी समस्याएं निशिचत रूप से हल हो जाएंगी , फिर भी यदि आप कुंडली दिखाकर कुछ और भी जानना चाहते है तो मोबाइल नो 9438741641 पर संपर्क कर सकते हैं।